महीने के दिन ....
दोस्तों ,
ये तो हम सभी जानते हैं ,की साल में 12 महीने होते हैं ,लेकिन कितने महीने 30 दिन के और कितने 31 दिन के होते हैं ,यह हम आराम से नहीं बता सकते ,है ना ?
आज net पर हर ज्ञान उपलब्ध है ,लेकिन पहले के हमारे बड़े-बुजुर्गों ने भी अपने अनुभव और ज्ञान से कुछ सूत्र ईजाद किये थे ,जिनकी सहायता से हम बड़ी से बड़ी चीज भी आसानी से याद कर लेते थे !
बचपन में मुझे भी बड़ा confusion होता था कि कोनसा महिना 31 का है और कोनसा 30 दिन का !
मेरे दादाजी ने मुझे 2 तरीके बताये थे ,इसे याद रखने के ---
उन्होंने एक दोहा बताया था ,वो था --
अप्रैल,सितम्बर जानिये ,जून,नवम्बर तीस (30 )
28 की फरवरी , बाकी सब इकत्तीस (31 )
है ना आसान तरीका ,चलिए दूसरा भी देखते हैं ----
अपने हाथ की मुट्ठी बांधने पर गड्डे और उभार दीखते हैं ,तो जो उभरी जगहें हैं वो 31 के महीने हैं और जो pits हैं वो 30 के महीने हैं --
दोस्तों ,हम net और books से बहुत कुछ knowledge ले सकते हैं ,लेकिन हमारे बड़े-बुजुर्गों के पास बहुत कुछ अनुभव और ज्ञान की सम्पदा है ,जो वो हमें बड़ी सहजता और आराम से सिखा सकते हैं ! एक चीनी कहावत है --एक बुजुर्ग एक library के बराबर होता है ,तो क्यों न हम अपने दादा-दादी ,नाना-नानी आदि बड़ों के ज्ञान का लाभ उठायें !
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आपकी इस प्रस्तुति की चर्चा कल सोमवार [30.09.2013]
जवाब देंहटाएंचर्चामंच 1399 पर
कृपया पधार कर अनुग्रहित करें
सादर
सरिता भाटिया
शुक्रिया सरिता जी ………
जवाब देंहटाएंकेवल पहला वाला नही पता था
जवाब देंहटाएंसुन्दर जानकारी ..पहला वाला नही पता था :) पर अज कल नानी दादी की सुनता कौन है .. वो ज्ञान पिटारा तो कोने में उपेक्षित जीवन जीने पर मजबूर हो रहा ..
जवाब देंहटाएंइसीलिए तो बच्चों के जीवन से मासूमियत और बचपना ख़तम सा होता जा रहा है ! net हमें सिर्फ ज्ञान देता है ,जबकि बुजुर्ग हमें ज्ञान के साथ साथ संस्कार भी देते हैं !
जवाब देंहटाएंआदरणीय सर जी,
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम |
बहुत खूब ..|
उत्तम लेखन |
“महात्मा गाँधी :एक महान विचारक !”