may14

शनिवार, 22 सितंबर 2012

osho quotes in hindi -mahaveer vaani




osho quotes in hindi -mahaveer vaani

दोस्तों   ओशो रजनीश ने इस संसार के करोड़ों व्यक्तियों के विचार और जीवन को प्रभावित किया है ! आपके दिए प्रवचनों ने जीवन को एक नई दिशा दिखाई है ! ओशो के अनमोल वचनों को किसी एक आर्टिकल या किसी एक किताब मे नहीं बाँधा जा सकता ! मेरी कोशिश रहेगी की ओशो की जिन बातों ने मुझे प्रभावित किया,मार्गदर्शन दिया ,उन्हें मे आप सब के साथ share करूँ !
दोस्तों ,प्रस्तुत आर्टिकल ओशो की book--महावीर वाणी (संकल्प साधना ) से है ! 

ओशो के अनमोल वचन ---
  • हम अनुकरण से जीते हैं ! एक आदमी पेशाब करने चला जाए तो कई लोगों को ख्याल हो जाएगा की पेशाब करने जाना है ! संक्रामक है ! हम एक दूसरे के हिसाब से जी रहे हैं ! 

  • काल निर्दयी है ' इसका अर्थ यह है की समय आपकी चिंता नहीं करता ! इसलिए ,इस भरोसे मत बैठे रहना की आज नहीं कल कर लेंगे ,कल नहीं परसों कर लेंगे ! पोस्टपोन मत करना ,स्थगित मत करना ! क्योंकि जिसके भरोसे स्थगित कर रहे हो ,उसको जरा भी दया नहीं है ! 

  • कल कभी भी नहीं होता है ! जब भी हाथ मे आता है, तो आता है आज ! और उसको भी कल पर छोड़ देते हैं ! हम जीते ही नहीं ,स्थगित किये चले जाते हैं ! कल जी लेंगे ,परसों जी लेंगे !

  • जो भी किया जा सकता है ,उसी वक़्त किया जा सकता है ! जिसे आप कल पर छोड़ रहे हैं ,जान लें ,आप करना नहीं चाहते हैं !

  • अनुभव सदा सही रहेगा ,जानकारी सदा सही नहीं रहेगी !

  • शरीर की दो तरह की जरूरतें हैं --भरने की और निकालने की ! जो चीज नहीं है  उसे भरो ,जो चीज ज्यादा हो जाए उसे निकालो ! यह शरीर की कुल दुनिया है ! 

  • एक क्षण को भी बेहोश मत जी ! उठ ,तो ये जानते हुए उठ ,की तू उठ रहा है ! बैठ तो जानते हुए बैठ ,की तू बैठ रहा है ! तेरे भीतर कुछ भी ना हो पाए जो तेरे बिना जाने हो रहा है !

  • जो मांगता है उसे मिलता नहीं  और जो नहीं मांगता उसे बहुत मिल जाता है !

  • मोह के बिना दुःख होता ही नहीं !  जब भी दुःख होता है ,मोह से होता है ! 

  • दूसरे को दुःख देना मेरे हाथ मे कहाँ है ,जब तक दूसरा दुखी होने को तैयार ना हो ! 

  • मै आपको  कहीं और ध्यान ले जाने को नहीं कह रहा हूँ ! आप जो कर रहे हैं उसको ही ध्यान बना लें ! इससे आपके किसी काम मे बाधा नहीं पड़ेगी ,बल्कि सहयोग बनेगा ! क्योंकि जितने ध्यान पूर्वक काम किया जाए ,उतना कुशल हो जाता है !

  • प्रयास तो करना ही होगा ,लेकिन उस प्रयास को एक बोझिलता जो बनाएगा,वह हार जाएगा !

  • आदमी एक कदम चलता है एक बार मे ,कोई मीलों की छलांग नहीं लगाता ! और एक एक कदम चल कर आदमी हजारों मील चल लेता है ! लेकिन जो आदमी ये देखता है की अगर एक कदम चल लेता हूँ तो एक कदम हजार मील मे कम हुआ ! और अगर जरा सा भी कम होता है तो एक दिन सागर को भी चुकाया जा सकता है ! 

  • जिसने पहला उठा लिया है ,वह अंतिम भी उठा लेगा ! पहले मे ही अड़चन है ,अंतिम मे अड़चन नहीं है !

  • पहला कदम आधी यात्रा है ,चाहे यात्रा कितनी ही बड़ी क्यों ना हो !

  • आदमी बीतता है ! समय नहीं बीतता !  हम खर्च होते हैं,समय खर्च नहीं होता !

  • लेकिन कल तो कभी आता नहीं ,जब भी आता है ,आज ही आता है ! कल भी आज ही आएगा ! 

  • हम जो हैं वही हम सोच पाते हैं ! हम अपने ढंग से सोचते हैं !


  • भूल भी ठीक की तरफ ले जाने का मार्ग है ! इसलिए भूल करने से डरना नहीं चाहिये ,नहीं तो कोई आदमी ठीक तक कभी पहुँचता नहीं ! भूल करने से जो डरता है वह भूल मे ही रह जाता है ! खूब दिल खोल कर भूल करनी चाहिये ! एक ही बात ध्यान रखनी चहिये की एक ही भूल दुबारा ना हो !

  • जो कल हो चुका ,उससे सीखें और पार जायें ,दुहरायें मत ! जहाँ से गुजर गए वहां से गुजर ही जाएँ ,उसको पकडे मत रखें ! 

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साभार --संकल्प साधना (महावीर वाणी ) पुस्तक से 
 सौजन्य: ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन
 प्रकाशक -- डायमंड पॉकेट बुक्स

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