may14

शनिवार, 11 मई 2013

Osho quotes in hindi -kya mera kya tera




दोस्तों प्रस्तुत artical ओशो की book --क्या मेरा क्या तेरा (कबीर वाणी ) से है !

ओशो के अनमोल वचन ---

  • जो पछताएगा नहीं ,वह पहुंचेगा नहीं ! क्योंकि जो पछताएगा नहीं ,वह झुकेगा नहीं ! क्योंकि जो पछताएगा नहीं, वह समर्पित नहीं होगा !

  • जो हो गया ,हो गया ! जो जा चुका ,जा चुका ! अब भविष्य की तरफ देखो !

  • सुख का उपाय है --जो है उसका आनंद लो ! जो नहीं है ,उसकी चिंता न करो !

  • दुःख का उपाय है --जो है ,उसकी तो फ़िक्र ही  मत लो ! जो नहीं है ,उसकी चिंता करो !

  • सुख का सूत्र है --जो तुम्हारे पास है ,उसके लिए परमात्मा को धन्यवाद दो ! जो है --वह पर्याप्त है !

  • मिटाना जरुरी है --बनाने के लिए ! विध्वंस जरुरी है -- निर्माण के लिए !

  • जब किसी आदमी को तुम निराश देखो ,तो यह मत समझना कि उसने आशा छोड़ दी है ! निराश होने का मतलब ही यही होता है की आशा अभी भी कायम है !

  • लेकिन यह भी समझना जरुरी है कि मन की यह दशा कि इतना भी तय न कर पाए की पूछूँ कि न पूछूँ --शुभ नहीं है ! पूछना --तो पूछना ! नहीं पूछना --तो नहीं पूछना ! लेकिन मन की यह डांवाडोल स्थिति को सहारा नहीं देना चाहिए ! मन हर चीज में डांवाडोल होता है ,छोटी छोटी चीज में डांवाडोल होता है !

  • जिंदगी को सरल करो ! और सरल करना हो ,तो मन के विकल्पों को बहुत सहारा मत दो ! और धीरे धीरे मन के विकल्प गिरते चले जाएं,तो निर्विकल्प की दशा करीब आएगी !  ये सब विकल्प हैं --ऐसा करूँ ,वैसा करूँ ! जो लगे करने जैसा ,कर लेना ! फिर उस पर और ज्यादा उहापोह मत करना !

  • एक ही सूत्र में देना चाहता हूँ ---अगर किसी को हानि न होती हो ,तो उसे कर ही लो ! उसमे क्या विचार करना है ? शुभ करना हो ,तो तत्क्षण कर लो ! अशुभ करना हो ,तो कल पर टालो ! पाप को कल पर टालो ,पुण्य आज कर लो !

  • कहीं से भी शुरू करो ! इस प्रश्न को बहुत मूल्य मत दो ! मूल्य दो शुरू करने को ! शुरू करो !

  • अगर बच्चा चलने के पहले यही पूछे की कहाँ से शुरू करूँ ,कैसे शुरू करूँ ,कहीं गिर न जाऊं ,घुटने में चोट न आ जाए ,तो फिर बच्चा कभी चल नहीं पाएगा ! उसे तो शुरू करना पड़ता है ! सब खतरे मोल ले लेने पड़ते हैं !

  • बच्चे को चलना पड़ेगा ! खतरा मोल लेना पड़ेगा ,अन्यथा लंगड़ा ही रह जाएगा ! और कई बार गिरेगा !

  • लेकिन बच्चे हिम्मत करते हैं --तुतलाने की ! इसीलिए एक दिन बोल पाते हैं !

  • जो आदमी जो करेगा  स्वभावतः वैसा हो जाएगा !

  
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 साभार --क्या मेरा क्या तेरा (कबीर वाणी ) पुस्तक से 
 सोजन्य --ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन 
 प्रकाशक--डायमंड पॉकेट बुक्स

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