may14

मंगलवार, 14 अगस्त 2012

Happy independence day india..........

                                        
                                                    जय हिंद जय भारत .....


आजादी के इस पावन पर्व पर आइये हम सभी माँ भारती के पावन चरणों मे नमन करें ! और प्रार्थना करें सही अर्थो मे आजाद होने की !
प्रार्थना करें अपनी कुप्रथाओं,संकीर्णताओ ,गलत आदतों,खराब व्यवहार रूपी गुलामी की जंजीरों से मुक्त होने की .........

एक बार एक संत समुद्र के किनारे खड़े थे !   उनके कुछ शिष्य भी साथ थे !  समुद्र अपनी लहरों के साथ हर बार कुछ मछलियों को तट पर बहा कर ले आता था और उतरती लहरें  उन मछलियों को तट की बालू मे ही छोड़ जाती थी !  बिना पानी के मछलियाँ तड़पने और मरने लगती थी ! संत से उन मछलियों की तड़प देखी नहीं गई !   वो अपने पास की मछलियों को उठा कर वापस समुद्र मे डालने लगे ! इसे देख उनके कुछ शिष्यों ने कहा ,'स्वामी जी मछलियाँ तो हजारो हैं  जो तड़प रही हैं ,  आप के यह एक -एक मछली उठा कर वापस डालने से क्या फर्क पड़ता है !'
स्वामी जी ने अपने हाथ मे उठाई हुई  मछली को वापस समुद्र मे डालते हुए गंभीरता से कहा , "कम से कम इस एक मछली के लिए तो  फर्क पड़ता है" !
हम सारी दुनिया सारे देश को नहीं सुधार सकते !   लेकिन  हम अपने आप को , अपने आस-पास को तो बदल ही सकते हैं , है ना ?

और इससे फर्क तो पड़ेगा ही , अगर हमारे पड़ोस मे खुशबु होगी तो वो हमारे घर  तक भी आएगी ही !
जिस तरह अच्छी और मजबूत  ईंटों  से ही मजबूत इमारत बनती है ,  उसी तरह अच्छे और मजबूत चरित्रवान नागरिकों से ही मजबूत देश बनता है ! 
आइये भारत माता के चरणों मे हम संकल्प करें ,की --
हम सुधरेंगे  तो देश जरूर सुधरेगा !
हम बदलेंगे  तो  देश जरूर बदलेगा !
पुनः आप सभी को हमारी आजादी के पर्व की अनेको शुभकामनायें ............जय हिंद