may14

शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

थोड़े स्वार्थी भी बनिए...






               थोड़े स्वार्थी भी बनिए...


दोस्तों ,
आप कहेंगे ये कोनसी अच्छी बात है ! लेकिन कोई धारणा बनाने के पहले ये लेख आपकी नजर ---

 दुनिया में असंख्य सुख माने गए हैं ,जिनमे से 7 सुख प्रमुख हैं ---

पहला सुख निरोगी काया 
दूजा सुख घर में हो माया 
तीजा सुख सुलक्षणा नारी 
चोथा सुख पुत्र आज्ञाकारी .................

इस दुनिया का पहला और सबसे जरुरी सुख है  --- निरोगी काया 

काया ,आपका भोतिक शरीर या वो नाव जो इस संसार रूपी समुद्र में आपका वाहन है !  वो vehicle जो आपकी इस सांसारिक यात्रा को पूरा करने का एक अहम् साधन है ! हम ये भी जानते हैं की इसे सही और स्वस्थ रखना हमारा कर्तव्य है !  हमें हमेशा इसका ध्यान रखना चहिये ! सेहत को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिये !  लेकिन होता ये है की इस सबसे जरुरी सुख को हम सबसे ज्यादा नजरअंदाज कर देते हैं ! 

आप दुनिया में बहुत परोपकार करना चाहते हैं ,दुनिया को कुछ अच्छा देना चाहते हैं ,समाज और देश की उन्नति में अपना योगदान देना चाहते है ,अपने परिवार को सेहत मंद बनाना चाहते है ,है ना ? लेकिन इन सबके लिए जरुरी है की पहले आप भी तो सेहतमंद हों ! 

एक महिला अपने पति ,बच्चों ,बड़ो की देखभाल और काम में इतनी व्यस्त होती है की वो अपनी सेहत का ध्यान पूरी तरह नहीं रख पाती ! या एक employe अपने काम में इतना busy होता है की उसे अपने काम और target के अलावा कुछ भी ध्यान नहीं रहता ! आप सोचते हैं काम पहले है ,परिवार पहले है ,शरीर की देखभाल बाद में है !  है ना ?

लेकिन दोस्तों अपने काम और परिवार का ध्यान आप तभी तो रख पायेंगे जब आपका शरीर स्वस्थ रहेगा ,आप निरोगी रहेंगे ! अगर आप लगातार अपनी सेहत को नजरअंदाज करेंगे उसके प्रति लापरवाही बरतेंगे तो बजाये परिवार का ध्यान रखने के परिवार को आपका ध्यान रखना पड़ेगा ! 


दोस्तों  जिस तरह हमें अपना खाना खुद ही खाना पड़ता है कोई दूसरा उसे हमारे लिए नहीं खा सकता , उसी तरह हमें अपनी सेहत का भी खुद ही ध्यान रखना पड़ता है ! दूसरा आपको सलाह दे सकता है ,लेकिन करना तो आप को खुद ही पड़ता है ,है ना ?

24 घंटे में से 24 मिनट तो आपको अपने स्वयं के लिए निकालने ही चहिये ! अब ये 24 मिनट सुबह के भी हो सकते है ,दिन के भी या शाम के भी ! पर 24 मिनट सिर्फ अपने और अपनी सेहत के लिए जरुर निकालिए ! 

आप अगर ये सोचते है की अगर में थोड़ी देर ये काम नहीं करूँगा या करुँगी ! या फिर कोई काम अगर late हो गया तो ? हम अधिकतर ये सोचते हैं की अगर मैंने ये काम नहीं किया तो पता नहीं दुनिया में फिर ये काम होगा भी या नहीं ! दोस्तों देर सवेर काम तो हो ही जाएगा लेकिन अगर सेहत ही सही नहीं रहेगी तो काम कैसे कर पायेंगे !

अपनी सेहत का ध्यान रखिये --morning walk ,योग ,प्राणायाम ,व्यायाम ,फलों का सेवन ,समय से खाना ,मूत्र ,मल ,शुक्र ,अपानवायु ,वमन,छींक ,डकार ,प्यास,आंसू , नींद,  भूख के वेगों को उत्पन्न होते ही शरीर से बाहर निकाल देना चहिये !

और आप स्वस्थ रहेंगे तभी अपने परिवार का ध्यान और काम को अच्छे तरीके से कर पायेंगे ! 

तो अपने लिए या कहें की अपने परिवार के लिए थोडा स्वार्थी भी बनिए ...............

डॉ नीरज ..........


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