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शुक्रवार, 9 अगस्त 2013

ज़िन्दगी में तनाव (दवाब ) भी जरुरी है ,इसे स्वीकार करें.....



ज़िन्दगी में  तनाव  (दवाब ) भी जरुरी  है ,इसे स्वीकार करें.....


दोस्तों ,
आजकल जिसे देखिये बेइन्तेहा तनाव में,दवाब में जी रहा है ! ये तनाव उसके  जीवन को , उसके स्वास्थ्य को धीरे धीरे खत्म कर रहा है ! समय की मांग को देखते हुए तनाव कम करना सिखाने की कई classes और कई गुरु आ गए हैं ,जो आपको जिंदगी से तनाव कम करना सिखाते हैं अलग अलग तरीकों से ,है ना ?
देखा जाए तो सारी दुनिया ही तनाव और दवाब के चारों ओर वर्तुल की तरह घूम रही है !

तनाव --काम का ,लक्ष्य पूरा करने का ,पैसे कमाने का ,पैसे बचाने का ,तरक्की का ,उपलब्धि पाने का ,परिवार को खुश रखने का …….
अनगिनत दवाबों और तनावों के बीच आज का इंसान जी रहा है ,है ना ?

लेकिन दोस्तों ,एक अच्छी जिंदगी के लिए तनाव भी जरुरी है !

आप जानते हैं कि किसी वीणा ,सितार या guitar के तारों में अगर तनाव  नहीं होगा तो वो बेकार हैं ,क्योंकि उनसे फिर सुर ही नहीं निकलेंगे ! तबले पर तना चमड़ा ही सुरीली ताल निकालता है ! एक नट का करतब बंधी रस्सी के तनाव पर ही निर्भर है ! और आप अपनी गाडी भी तभी चला पाते हैं जब आपकी गाडी के टायर में हवा का तनाव (दबाव ) होता है !

और तो और आप जिन्दा ही इसीलिए हैं क्योंकि आपके रक्त ( blood ) में दवाब है ,blood pressure है ! जिस वजह से वो पूरे शरीर में घूमता है ,और आपको जिन्दा रखता है ! रक्त में दवाब ख़तम तो जिंदगी ख़तम !
लेकिन एक ख़ास बात कि तनाव जरुरी तो है पर एक सीमा तक ही !
तनाव का न होना भी उतना ही घातक है जितना ज्यादा तनाव का होना !

as a doctor अगर कहूँ तो हमारे शरीर के रक्त का स्वाभाविक दबाव  होता है 120/80 mmHg
यह एक स्वस्थ व्यक्ति के blood pressure का पैमाना है ! अगर blood pressure इससे कम होता है तो low BP  और ज्यादा होने पर HIgh BP  की बीमारी कहलाती है !

अगर आपके जीवन में काम का तनाव है तो खुश होइए ,ये सबूत है कि आप जिन्दा हैं ,कार्यरत हैं ! पर जरुरत है कुछ सावधानियों की ,जिससे ये तनाव आपकी उपलब्धियों में सहायक बने ,घातक नहीं ! वरदान बने अभिशाप नहीं !

तनाव कम करने के अनमोल सूत्र ---

  • तनाव को  तनाव मानना छोडिये !

  • तनाव वो अवसर है जो किसी काम को जल्दी और समय से पूरा करने के लिए आपको प्रेरित करता है , motivate करता है !

  • बिना काम के तनाव के तो हम आलसी ,लापरवाह और टालमटोल करने वाले हो जाएंगे !

  • ये काम का तनाव ही है जो हमको active और कार्यरत रखता है !

  • तनाव उतना ही रखिये जितना जरुरी है ! ज्यादा तनाव high bp का कारण और उसकी तरह घातक होता है !

  • अगर आप काम के ,परिस्थितियों के तनाव या दवाब तले दबे जा रहे हैं तो जरा ठहरिये ,रुकिए ,शान्ति से बेठिये ,2-4 मिनट गहरी साँसे लीजिये ,मन शांत कीजिये !
  • फिर अपनी दिनचर्या ,कार्य-योजना पर एक नजर डालिए ,कि कहाँ गलती है ,वो क्या कारण है जिस वजह से मैं  तनाव का दवाब  सहन नहीं कर पा रहा ! 
  • कभी कभी हमारी गाडी चलते चलते बार बार गर्म हो जाती है ! तो हम रुकते हैं ,उसे check करते हैं ,देखते हैं कि क्या खराबी है ! coolant कम है या engine oil  कम है ! इसीलिए गाडी बार बार और जल्दी जल्दी गर्म हो रही है ,आप coolant और engine oil डालते हैं ! गाडी सही,  और आप अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर ,है  ना ?

  •  उसी तरह काम का दवाब आपके दिमाग को गर्म किये जा रहा है ,जिंदगी को अस्त-व्यस्त ,परेशान किये जा रहा है ! तो जरा रुकिए ,कारण ढूँढिये और फिर उसको दूर कीजिये !
अगर हम  किसी हाथी के सामने जाएंगे तो वो निश्चित ही हमको कुचल कर मार डालेगा ! लेकिन अगर हम उसी हाथी को अंकुश की सहायता से काबू कर लेंगे तो वो ही हाथी हमारे असंख्य काम कर देगा ,हमको दुनिया की सैर करा देगा !

तो अपने तनाव रूपी हाथी को भी विवेक रूपी अंकुश से काबू कीजिये ,फिर देखिये कि ये तनाव रूपी हाथी कितने काम का है !

डॉ नीरज यादव

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