कुछ चुने हुये मोती... 2
दोस्तों ,
जिंदगी में अक्सर ऐसा होता है कि हम आगे बढ़ते जाते हैं ,नया सीखते जाते हैं ,पर पुराना भूलते भी जाते हैं ! कितनी भी काम कि बात अगर दोहराई न जाए तो भुला दी जाती है ! जिस पगडण्डी पर लोग नहीं चलते ,उस पर घास उग जाती है ,है ना ? इसीलिए जरुरी है कि नए को सीखा जाए पर पुराने को भी सम्भाला जाए ,याद रखा जाए ,बशर्ते कि वो जीवन में जरुरी हो !
शुक्रिया कि आप सब ने इतना प्यार दिया ,साथ दिया ! Achhibatein के सफ़र में कुछ readers शुरू से साथ रहे हैं ,जिन्होंने हर post को पढ़ा है ,अपना अमूल्य समय और सुझाव भी दिया है ! वहीं कुछ पाठकगण ऐसे भी हैं ,जो इस सफ़र में अभी ही शामिल हुए हैं ! और जैसा कि होता है कि हम हमेशा आगे कि ओर देखते हैं ,पीछे नहीं ! ऐसे ही उन पाठकगण के लिए Achhibatein की माला से चुने हुए कुछ मोती ,आशा है आपको पुनः पसंद आएंगे ----
दोस्तों, आपके comments का इन्तजार रहेगा …… डॉ नीरज
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