may14

शनिवार, 5 जनवरी 2013

पाना है तो देना सीखो .............







                        पाना है तो देना सीखो .............


दोस्तों ,

इस प्रकृति के अनेक नियमो की तरह ये भी एक अटल नियम है की अगर आप कुछ भी यहाँ पाना चाहते हैं तो पहले आपको देना पड़ेगा ! यहाँ बिना दिए कुछ भी नहीं मिलता !  इस मामले में प्रकृति बड़ी निष्ठुर है ! 
 चलिए थोडा detail में बात करते हैं ! कुछ सवाल आपसे .........


कोई किसान अगर चाहे की मैं पहले फसल ले लूँ फिर खेत में बीज डालूं ?

कोई इंसान बैंक से कहे आप पहले मुझे बैंक से withdrawal  करने दीजिये फिर मैं अपना खाता  खुलवाता हूँ ?

आप अपने शरीर  से कहें ,की पहले मुझे ताकत ,शक्ति दे दो ,फिर मैं तुम्हें खाना (कैलोरी) दूंगा ?

कोई student  कहे की पहले मैं पास हो जाऊं तब मैं पढना  शुरू करूँगा ?

अपने साथी या प्रियजन से कहिये  पहले तुम मेरी परवाह करो मेरा ख्याल रखो , मुझे प्रेम करो  तो फिर मैं भी तुम्हारी परवाह करूँगा ??

क्या यह संभव है ??   जी हाँ दोस्तों ये उतना ही असंभव है जितना रात में सूरज का चमकना !

एक किसान को अपना फसल रुपी फल पाने के लिए खेत में पहले बीज बोना पड़ता है ,खाद ,पानी देना पड़ता है , पसीना बहाना  पड़ता है , सब्र रखना पड़ता है उसके बाद ही वो  फसल पाने का अधिकारी होता है ,है ना ?

हमारे रिश्तों में भी पहले हमें अपने प्रियजनों की care करनी पड़ती है , उनका ध्यान रखना पड़ता है , उनके लिए समर्पित होना पड़ता है , तभी वो हमारे लिए समर्पित होते हैं ! अगर आप यह सोचें की मेरा ध्यान रखना तो इसका कर्त्तव्य है ,पहले ये मेरा ध्यान रखेगा तो फिर मैं इसका ध्यान रखूँगा !  ये सही नहीं है !  सोचिये अगर वो भी ऐसी ही सोच रखता हो तो ...!

फिर होगा ये की  जिंदगी ही निकल जाएगी और हम  पहले आप पहले आप  के इन्तजार में अपने रिश्ते ,अपने प्यार भरे समय से हाथ धो बैठेंगे !

एक student  भी पहले  अपना समय , अपनी मेहनत  अपनी लगन देता है  तभी फिर अच्छे result  का हकदार होता है !

अगर हमें जिंदगी में अच्छी जिंदगी अच्छे सहयोगी अच्छा मुकाम और अच्छे रिश्ते चाहियें तो जाहिर है की , पहले हमें इसके लिए अपना वक़्त ,प्रेम ,स्नेह सहयोग ,मेहनत  ,समर्पण ,विश्वास  जैसी चीजो को पहले देना होगा !


और एक बात दोस्तों ,
दुनिया के खेत में आप जो भी डालेंगे ,बोएँगे  वो असंख्य गुना होकर आपको वापस मिलेगा !
किसान गेहूं का एक बीज बोता  है ,उससे कई गेहूँ पैदा होते हैं !  एक गन्ना बोने पर कई गन्ने और एक करेला बोने पर कई करेले आपको वापस मिलते हैं !
जरा सोचिये ?? आप दुनिया और अपने संबंधों के खेत में क्या बो रहे हैं ??

प्यार ,सहकार ,समर्पण ,सहयोग ,विश्वास ,अपनत्व  ,ख़ुशी  या    डर,तनाव ,अविश्वास ,बुराई , जलन ,दुःख .....

ध्यान रखिये जो भी हम आज बो रहे हैं ,वही  कुछ समय बाद ब्याज सहित कई गुना होकर हमको वापस मिलने वाला है !
इसलिए आइये इस नए साल में हम अपने समाज में कुछ अच्छा बोयें क्योंकि कल यही अच्छाई हमको ब्याज सहित वापस मिलेगी ! है ना ?

डॉ नीरज 



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