सर्दी का मौसम ,शरीर की बेट्री को चार्ज करने का मोसम है ! आयुर्वेद के अनुसार ,विसर्ग काल और शरद हेमंत शिशिर ऋतुएं सहज ही शरीर के बल को बड़ा देती हैं ! इस समय शरीर की जठराग्नि (पेट की अग्नि ) अपनी तीव्रता पर होती है , जिससे वो खाए हुये हर तरह के गरिष्ठ पदार्थों को सहज ही पचा देती है !
सर्दी का मोसम सेहत बनाने का मोसम है ! इस समय सही और पोष्टिक आहार विहार का सेवन और पालन कर हम पूरे साल के लिए बल और शक्ति का संचय कर सकते हैं !
सर्दी में पालने योग्य कुछ स्वर्णिम सूत्र -----
- सूर्योदय के पहले उठें ,प्रातः काल किया गया योग ,व्यायाम और प्राणायाम सहज ही शरीर की शक्ति को बड़ा देगा !
- सर्दी में शरीर में वात का प्रकोप और रूखापन दोनों बढ़ते हैं , इसलिए रोज नहीं तो सप्ताह में 2 या 3 बार सारे शरीर की तिल या सरसों के तेल से मालिश (अभ्यंग)करें ,थोड़ी देर सुबह की धूप का सेवन करें फिर कसुने(गुनगुने ) जल से नहाएं !
- जिस प्रकार लकड़ी को तेल पिलाने से वो मजबूत और लचीली हो जाती है उसी प्रकार अभ्यंग हमारे शरीर को लचीला ,बलवान और कान्तिमान बनाता है ! मालिश के बाद हलकी धूप का सेवन सहज ही विटामिन D का निर्माण कर देता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए जरुरी है !
- नस्य लें ,नहाने के बाद और रात्री में सोने से पहले सरसों या तिल तेल की एक एक बूँद अपनी कनिष्ठा ऊँगली से दोनों नथुनों में लगा लें !
- नाभि में एक बूँद तेल लगाना आपके होठों को नर्म रखेगा !
- सर्दी का मुख्य फल आंवला ,जो की जीवनीय शक्ति का अकूत भण्डार है ,इसका किसी भी रूप में सेवन करें !
- प्रकृति ने ऋतुओं के हिसाब से ही फलों और सब्जियों की रचना की है ,गाजर ,सेव,अंजीर ,बादाम ,आंवला ,मूली ,मटर, मेथी, पिण्ड खजूर ,अदरक का सेवन भरपूर करें !
- गाजर का हलवा ,उरद के लड्डू ,बादाम पाक ,असगंध पाक ,च्यवनप्राश ,ब्राह्म रसायन ,हल्दी वाले दूध का सेवन आपकी ताकत और जीवनीय शक्ति को बढ़ा देगा !
- तिल और इसके बने पदार्थों का सेवन शरीर की आंतरिक शक्ति और स्निग्धता को बढ़ा देगा !
- सर्दी में बहुत ज्यादा गर्म जल से स्नान नहीं करें !यह शरीर की प्राकृतिक स्निग्धता को कम कर रूखापन बढ़ा देगा !
- नहाते समय कभी सर पर गर्म जल नहीं डालें !
- अच्छे च्यवनप्राश का सही सेवन ना सिर्फ आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ा देगा ,बल्कि एलर्जी से आये दिन होने वाले जुकाम ,खांसी आदि रोगों से भी मुक्त रखेगा ! च्यवनप्राश एक रसायन है ! प्रातः काल लिया गया च्यवनप्राश सारे दिन शरीर में स्फूर्ति और शक्ति का संचार करता है !
- सर्दी में रुखा ,हल्का ,ठंडा भोजन ,भूखा रहना ,ठन्डे जल से स्नान ,और दिन में सोना त्याग देना चाहिये !
डॉ नीरज यादव
MD(आयुर्वेद )
Nice information
जवाब देंहटाएंआखिर क्यों नहीं पहुँचती हमारी पोस्ट गूगल सर्च तक?
बहुत सुंदर भावनायें और शब्द भी ...बेह्तरीन अभिव्यक्ति ...!!शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंआपका ब्लॉग देखा मैने और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
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uttam post .sardi ka aagaj shubh ho
जवाब देंहटाएंhttp://hindibloggerscaupala.blogspot.in/अंक ४१ शुक्रवारीय चौपाल में आपकी इस उम्दा रचना को शामिल किया गया हैं कृपया अवलोकन हेतु अवश्य पधारे .....धयवाद
जवाब देंहटाएंnice tips
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